उसकी ऐसी भी क्या ग़लती थी?
उसकी रोज़ी रोटी को यूँ कुचल दिया !
उसके दिल का दर्द, उसकी मिन्नतें, सब कुछ टूट जाने पर उसकी आँखों का सूनापन…
तुम्हें ईश्वर क्षमा नहीं करेंगे.
हमारा धर्म इस क्रूरता के लिये ‘रौरव नर्क’ नियत करता है.
वही मिले तुम्हें. तथास्तु