कोलकाता की गुलशन कॉलोनी में तो पूरा नकली लोकतंत्र मेला लगा हुआ था. 2 लाख की आबादी, और जब SIR की लाइट जली तो सिर्फ 20,000 वैध वोटर निकले.
90% लोग ‘अचानक’ गायब, मानो किसी ने हवा में घुल जाने की ट्रेनिंग दी हो, कहते हैं, बड़ी संख्या में अवैध घुसपैठिए थे… और अब चेकिंग शुरू होते ही पूरा इलाका वीरान.
ये वही जादू है जो होता है जब चुनाव आयोग और एजेंसियां सचमुच काम करती हैं..अब कम से कम असली वोटर असली वोट डालेंगे, और लोकतंत्र किसी फर्जी भीड़ के भरोसे नहीं रहेगा.
ममता दीदी का जीवन बहुत कठिन होने वाला है...