मोर मुकुट, कानों में कुण्डल, होठों पर मधुर मुरली और साथ में श्री राधा रानी! इस अलौकिक युगल रूप के दर्शन मात्र से हृदय में प्रेम और भक्ति का संचार होता है। वृंदावन के कण-कण में समाया यह अद्भुत सौंदर्य सारे कष्टों को हर लेता है।
जय श्री राधे कृष्ण हरि गोविंदा 🚩🙏