जहां सोच खत्म हो वही नई सोच रचते है ( साहित्यिक सृजन, आलोचक ,समालोचक)

Noida, India
Joined July 2013
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न ख्याल करो इतना आंखे बेख्याल हो जाए अगर वो शख्स हमख्याल सा हो तो बेख्याल हो जाए.!!
"जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है, रात होती है तो आंखों में उतर आता है,,'!!🎈 #90sBollywod🔥 #RomanticVibes💓 #SoulfulMelody💫
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यह सोच कर सब को याद कर के सोते है हम, पता नहीं ज़िन्दगी मैं कौन सी रात आखरी हो -अज्ञात
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जब ज़िन्दगी की मुश्किलें तुम्हें गिराए तो डरना नहीं क्योंकि..... कभी कभी शिकारी को भी सीकर होना पड़ता है
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वोट दे बिहारी कल्पना भी करे बिहारी क्या मज़ाक़ हैं रवि भैया 🤣🤣🤣🤣
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अदाएं तो सातवें आसमान पर है बलखाती लहरें मानो सैलाब सा है 🔥
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प्रेम संबंध में बाधा बनने पर पत्नी ने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर पति की हत्या की। इसके बाद शव को कुएं में फेंक दिया। सुनवाई पूरी होने पर अपर सत्र न्यायाधीश-8 संजय के. लाल की अदालत ने तीनों को दोषी माना। उन्होंने मृतक की पत्नी, डौकी के गांव पीपरा निवासी सुनील व धर्मवीर को आजीवन कारावास और एक-एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।
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न कोई ख्याल ओ ख्वाब आया न कोई इल्तिज़ा हुई यादों के दरख़्तों पे वीरानी सी यादें टंगी रही .. 💔💔
मेरा ख़याल-ओ-ख़्वाब कोई शब भर का न था मेरा ख़याल-ओ-ख़्वाब ज़िंदगी भर के लिए था ~ मालती
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ज़बाँ कर के मुक़फ़्फ़ल तुम सदाएँ चाहते हो... सज़ा देते हो पहले फिर दुआएँ चाहते हो...
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पैसा है तो सब कुछ है क्युकी परिवार में परिवार का हिस्सा बनने के लिए भी पैसे की जरूरत पड़ती है अगर आपके पास पैसा नही होगा ,तो परिवार वाले भी आपको इग्नोर करेंगे इसलिए पैसा कमाओ जो पैसा कमाता है इज्जत भी उसी की होती है
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, आज का अर्जुन लड़े कैसे, जब रण ही अब वर्चुअल हो गया¡ धनुष की डोरी ढीली पड़ी, मन का युद्ध डिजिटल हो गया¡ , #बज़्म #शुभम_बंसल¡!
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कभी-कभी मैं खुद को समझाती हूँ, “इतना मत सोच, बस जी ले अपनी तन्हाई के साथ।” फिर भी, दिल के किसी कोने में एक छोटा सा हिस्सा हमेशा तुम्हारा रहेगा… जैसे चुपचाप जलती हुई एक मोमबत्ती, जो कभी बुझती नहीं.. #बज़्म
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कभी कभी,मेरी ख़्वाहिशें तुम संग दूर तक का सफ़र तय कर जाती है, तुम्हारा हाथ थामे मैं उन किनारों से भी होकर गुजरी हूँ, जिन किनारों तक हमारी सीमाएँ ही नहीं है क़भी चाँदनी रात में तुम संग बैठे बैठे मैंने अनगिनत बातें की है, क़भी बस चुप्पियों में वक़्त बिताया है, क़भी तुम्हारी बाहों में सोते हुए रातें काटी है, ये सारे पल बेशक़ीमती रहे हैं और ताउम्र ज़हन में क़ैद रहेंगे... तुम्हारी बेहिसाब शिकायतों के बीच ही, मैं महसूस कर लेती हूं प्यार तुम्हारा, तुम्हारी अनकही तमाम बातों में भी प्यार के अतरंगी एहसास तैर जाते हैं,नहीं जानती मैं क्या हूँ तुम्हारे लिए, प्रेमिका,सहचरी,साथी या दोस्त मेरे लिए तुम मेरा वो सुक़ून हो ,जिसका कोई विकल्प नहीं, मेरे मन में तुम्हारे लिए केवल प्रेम शेष रह सकता है,और कुछ भी नहीं ...
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कोशिश वही करे जहां आपको महसूस करे जो निस्वार्थ याद करे उन्हें अपने पास रखे .!!
जहां आपको ग़ैर महसूस हो वहां ज़रुरी बनने की कोशिश भी ना करें,💯
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देन दारी इतनी है लेते वक्त याद न रहा जब वक्त आया लौटाने का अगली बगली झाक रहा .!!
मांगते वक्त तो पूरी दुनिया मांग लेंगे भगवान से, देने की बारी आती है तब सिक्के ढूंढते हैं लोग..!
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जहां आपको ग़ैर महसूस हो वहां ज़रुरी बनने की कोशिश भी ना करें,💯
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